बिमल हॉस्पीटल द्वारा हेपेटाईटिस बी पर एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन
श्री कृष्णा सेवा न्यास
परिषद के तत्वाधान में बिमल हॉस्पीटल एवं रिसर्च लिमिटेड के टीम द्वारा एक
हेपेटाईटिस बी पर एकदीवसीय सेमिनार जीसी
उच्च बिद्यालय रामबाग बिहटा में आयोजित की
गयी जिसमें अतिथि पेट लिबर रोग विशेषज्ञ डॉ. बिमल कुमार ने कहा कि जब से राज्य में शराब बंदी हुयी है तब से नब्बे प्रतिशत कम हुयी है। हेपेटाई्स लिबर की एक ऐसी बीमारी है जिसमें लीवर में सूजन व दर्द होता है। लीवर पाचन तंत्र का अंग है। इससे स्वस्थ रहने की जरुरत है। इस बीमारी के संक्रमण से
पंद्रह से बीस वर्षो का समय लगता है। संक्रमण हेपेटाईटिस बी शरीर से मुक्त नहीं होता है। छह महीने से अधिक परेशानी हो सकती है। इसमें सीरोसिस लीवर, फैटी लीवर कैंसर होता है।
बीमारी का लक्षण पीलिया, खून बहने से रुकने में अधिक समय लगता है, पेट या लीवर में सूजन अक्सर बुखार रहना थकान महसूस करना, त्वचा में खरोच आ जाना, भूख न लगना और पेट ख़राब होना, पीला पेशाब होना, जोड़ों में दर्द
रहना मुख्य लक्षण है। फैलने का लक्षण संक्रर्मित व्यक्ति के रक्तदान एवं यौन सम्बन्ध बनाने से, संक्रर्मित
ब्यक्ति के अौजारों से गोदना गोदवाने के दौरान, मादक पदार्थों के सेवन से, सेविंग ब्लेड या बिंज ब्रश से फैलता है।
हेपेटाईटिस बी से बचाव के लिए टीकाकरण ही एक उपाय है और हर व्यक्ति जो जांच कराने की
आवश्यकता है। उक्त अवसर पर हेपेटाईटीस जांच
कर टिका लगाया गया।
उक्त अवसर पर सेमिनार में
उपस्थित वार्ड संघ पटना जिला उपाध्यक्ष
अशोक कुमार, डॉ. संगीता चौधरी, डॉ. कुमार यादवेश, डॉ. रूबी यादवेश, रमेश चंद्र राय, मुखिया श्रीकांत यादव, रामशीष यादव, अशोक यादव, मोहमद समीम, संजय
सहाय, उषा देवी, डिरेन्द्र कुमार, सचिव राजकुमार सिंह, सुरेश प्रसाद यादव सैकड़ों लोग उपस्तित थे।
-राजकुमार
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